परिचय | Introduction
ECG (Electrocardiogram) एक सामान्य लेकिन बेहद जरूरी मेडिकल जांच है जो आपके Heart Health की जानकारी देती है। इस टेस्ट के ज़रिए दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी (Electrical Activity of Heart) को रिकॉर्ड किया जाता है। यह कई गंभीर हृदय रोगों जैसे Heart Attack, Arrhythmia, Cardiac Arrest आदि का समय रहते पता लगाने में मदद करता है।
यह ब्लॉग पोस्ट उन सभी के लिए उपयोगी है जो यह जानना चाहते हैं कि "When to do ECG?", "Symptoms that require ECG Test", और यह क्यों जरूरी है।
ECG क्या है? | What is ECG?
Electrocardiogram (ECG) एक नॉन-इनवेसिव (non-invasive) टेस्ट है जिसमें शरीर पर इलेक्ट्रोड्स (Electrodes) लगाए जाते हैं जो दिल की गतिविधियों को एक ग्राफ पर रिकॉर्ड करते हैं। इसे EKG भी कहा जाता है। यह जांच आपके हृदय की स्थिति को जानने के लिए एक प्रारंभिक लेकिन बेहद महत्वपूर्ण माध्यम है।
ECG कब करानी चाहिए? | When Should You Go for an ECG Test?
1. Chest Pain (सीने में दर्द)
अगर आपको अचानक सीने में दर्द होता है, जो बाएं हाथ, गर्दन या पीठ में फैलता है, तो यह Heart Attack Symptoms हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत ECG Test कराना चाहिए।
2. Palpitations (तेज़ या अनियमित धड़कन)
दिल की तेज़ धड़कन, बहुत धीमी धड़कन, या अनियमितता होना Arrhythmia का संकेत हो सकता है। ECG से इसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
3. Shortness of Breath (सांस लेने में दिक्कत)
सांस फूलना या बिना exertion के भी थकान महसूस होना हृदय की गड़बड़ी की ओर संकेत करता है। ECG से इसकी पुष्टि की जा सकती है।
4. Dizziness or Fainting (चक्कर आना या बेहोशी)
बार-बार चक्कर आना, lightheadedness या बेहोश हो जाना भी हार्ट रेट के गड़बड़ी से जुड़ा हो सकता है। ECG से इसका कारण स्पष्ट हो सकता है।
5. High Blood Pressure (उच्च रक्तचाप)
लंबे समय तक Hypertension होने से हृदय पर दवाब बढ़ता है। डॉक्टर अक्सर ऐसे रोगियों को नियमित ECG कराने की सलाह देते हैं।
6. Diabetes (मधुमेह)
डायबिटीज के रोगियों में दिल की बीमारियों का खतरा ज़्यादा होता है, इसलिए समय-समय पर ECG करवाना बेहद ज़रूरी है।
7. Pre-surgery Checkup
बड़ी सर्जरी से पहले यह देखा जाता है कि हृदय सर्जरी के लिए फिट है या नहीं। ECG इस जांच का मुख्य भाग होता है।
8. Family History of Heart Disease
यदि परिवार में किसी को हृदय संबंधी समस्या रही हो तो समय-समय पर ECG करवाना दिल की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
9. Anxiety या Panic Attacks के समय
कई बार घबराहट या anxiety के समय सीने में दर्द होता है। ECG से यह तय किया जा सकता है कि यह मानसिक कारणों से है या हृदय से जुड़ा।
ECG कैसे किया जाता है? | How is ECG Done?
- आपको एक बिस्तर पर लेटाया जाएगा।
- छाती, हाथ और पैरों पर electrodes लगाए जाएंगे।
- ये इलेक्ट्रोड दिल की इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स को ECG मशीन तक पहुंचाते हैं।
- पूरी प्रक्रिया 5 से 10 मिनट में पूरी हो जाती है और यह बिल्कुल painless होती है।
ECG से क्या जानकारी मिलती है? | What Can ECG Detect?
- Heart Rate (दिल की गति)
- Rhythm (धड़कन की लय)
- Blockages (ब्लॉकेज की संभावना)
- Signs of Heart Attack
- Effects of Medication on Heart
- Enlargement of Heart Chambers