लेकिन, इसके अत्यधिक उपयोग और इसे हमेशा पास रखने से स्वास्थ्य (Health) पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर विशेषज्ञ लगातार चिंता जताते रहे हैं। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन (Radio Frequency Radiation - RF Radiation) को पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना जा सकता।
मोबाइल फोन और रेडिएशन: हानिकारक प्रभाव व बचाव | Mobile Phone Radiation Effects & Precautions
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे:
- मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन क्या है।
- मोबाइल को पास रखने के नुकसान क्या हो सकते हैं।
- शरीर से कितनी दूरी पर मोबाइल रखना चाहिए।
- मोबाइल रेडिएशन से बचाव के उपाय।
मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन क्या है? | What is Radiation from Mobile Phones?
जब हम कॉल करते हैं या इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं, तो मोबाइल फोन ट्रांसमीटर (Transmitter) की तरह काम करता है। यह रेडियो फ्रीक्वेंसी वेव्स (Radio Frequency Waves) के जरिए सिग्नल भेजता और प्राप्त करता है। यही तरंगें हमारे शरीर के संपर्क में आती हैं, जिन्हें RF Radiation (आरएफ रेडिएशन) कहा जाता है।
यह रेडिएशन Non-Ionizing Radiation होती है। इसका अर्थ है कि यह डीएनए (DNA) को सीधा नुकसान नहीं पहुंचाती जैसे कि X-ray या Gamma Rays करती हैं। लेकिन लगातार और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
मोबाइल फोन को पास में रखने के नुकसान | Harmful Effects of Keeping Mobile Close
1. नींद की गुणवत्ता पर असर | Effect on Sleep Quality
- मोबाइल से निकलने वाली Blue Light (ब्लू लाइट) हमारे दिमाग में मौजूद Melatonin Hormone (मेलाटोनिन हार्मोन) को प्रभावित करती है, जो नींद लाने के लिए ज़िम्मेदार होता है।
- अगर आप सोते समय मोबाइल को सिरहाने रखते हैं तो नींद बार-बार टूट सकती है, गहरी नींद नहीं आती और सुबह थकान महसूस होती है।
2. मस्तिष्क पर प्रभाव | Effect on Brain
- मोबाइल को कान से लगाकर लंबे समय तक बात करने से मस्तिष्क के पास लगातार रेडिएशन पहुंचती है।
- कई शोधों में पाया गया है कि इससे Headache (सिरदर्द), Memory Loss (स्मृति ह्रास) और Concentration Issues (एकाग्रता की समस्या) हो सकती है।
- WHO के अनुसार, मोबाइल रेडिएशन को Group 2B – Possibly Carcinogenic (संभवतः कैंसरकारी) श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि लंबे समय तक लगातार उपयोग से ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा हो सकता है।
3. हृदय और नसों पर असर | Effect on Heart and Nervous System
- RF Radiation हृदय की धड़कनों (Heart Beats) पर असर डाल सकती है।
- लंबे समय तक शरीर के पास मोबाइल रखने से Stress (तनाव), Anxiety (चिंता) और Fatigue (थकान) की समस्या बढ़ सकती है।
- Nervous System (नसों का तंत्र) भी इससे प्रभावित होता है, जिससे बेचैनी और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
4. प्रजनन क्षमता पर प्रभाव | Effect on Fertility
- अगर पुरुष लगातार पैंट की जेब में मोबाइल रखते हैं, तो उसके कारण Sperm Count (शुक्राणु संख्या) और Sperm Quality (शुक्राणु की गुणवत्ता) प्रभावित हो सकती है।
- महिलाओं के लिए भी, पेट के पास मोबाइल रखने से हार्मोनल संतुलन बिगड़ सकता है।
5. कैंसर का खतरा | Cancer Risk
- इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने मोबाइल रेडिएशन को “संभवतः कैंसरकारी (Possibly Carcinogenic)” घोषित किया है।
- इसका सीधा मतलब है कि इसका अधिक और लंबे समय तक संपर्क Brain Tumor (ब्रेन ट्यूमर) और अन्य प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
मोबाइल को शरीर से कितनी दूर रखना चाहिए? | Safe Distance of Mobile Phone from Body
कॉल करते समय मोबाइल को कान से सीधा चिपकाकर न रखें।
- हमेशा Speakerphone (स्पीकरफोन) या Earphones/Headphones (ईयरफोन/हेडफोन) का उपयोग करें।
- इसे कम से कम 1–2 मीटर दूर रखें।
जेब में मोबाइल रखने से बचें।
- खासकर पुरुष मोबाइल को पैंट की फ्रंट जेब में रखने से बचें।
महिलाओं को भी पेट या छाती के पास मोबाइल रखने से बचना चाहिए।
बच्चों का शरीर तेजी से विकसित होता है, इसलिए उन पर रेडिएशन का प्रभाव अधिक होता है।
मोबाइल रेडिएशन से बचाव के उपाय | Precautions to Reduce Mobile Radiation Harm
कम समय तक कॉल करें।
- कोशिश करें कि कॉल्स ज्यादा लंबे समय तक न हों।
- सोते समय या मोबाइल पास रखने पर इसे ऑन कर लें।
- जब नेटवर्क कमजोर होता है तो मोबाइल ज्यादा रेडिएशन उत्सर्जित करता है।
- इंटरनेट इस्तेमाल करते समय मोबाइल को गोद, पेट या छाती पर न रखें।
- यह मोबाइल नेटवर्क की तुलना में सुरक्षित होता है।
- आजकल मार्केट में ऐसे कवर उपलब्ध हैं जो रेडिएशन को कम कर सकते हैं।
मोबाइल फोन हमारी आधुनिक जीवनशैली का अहम हिस्सा है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग हमारी सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
- नींद खराब होना, सिरदर्द, तनाव, स्मृति ह्रास, प्रजनन क्षमता में कमी और कैंसर का खतरा—ये सभी मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन (Radiation) के संभावित दुष्प्रभाव हैं।
- हालांकि मोबाइल फोन का पूरी तरह त्याग करना संभव नहीं है, लेकिन सही आदतें (Healthy Habits) अपनाकर और सुरक्षा उपाय (Precautions) अपनाकर इसके खतरों को कम किया जा सकता है।
याद रखें: मोबाइल आपके काम का साथी है, लेकिन इसे अपने शरीर का बोझ न बनने दें।
संतुलित उपयोग ही सबसे बड़ा बचाव है।
FAQs — मोबाइल फोन और रेडिएशन (Mobile Radiation FAQs)
1. मोबाइल फोन रेडिएशन क्या होता है?
उत्तर: मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियो तरंगें (Radio Waves) Electromagnetic Radiation (EMR) कहलाती हैं। ये सिग्नल भेजने और रिसीव करने के दौरान उत्पन्न होती हैं।
2. क्या मोबाइल फोन रेडिएशन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?
उत्तर: लंबे समय तक mobile radiation exposure से नींद में कमी, सिरदर्द, थकान, तनाव, और कुछ मामलों में कोशिकीय क्षति (cell damage) हो सकती है। हालांकि वैज्ञानिक शोध अभी भी जारी हैं।
3. क्या मोबाइल रेडिएशन कैंसर का कारण बन सकता है?
उत्तर: WHO (World Health Organization) और IARC के अनुसार, मोबाइल रेडिएशन को “possibly carcinogenic to humans” की श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि यह कैंसर का संभावित कारण हो सकता है।
4. रेडिएशन से बचाव के लिए कौन-कौन से उपाय करने चाहिए?
उत्तर:
- कॉल के दौरान हैंड्स-फ्री या स्पीकर मोड का उपयोग करें।
- फोन को कान या शरीर से दूर रखें।
- कम सिग्नल वाले क्षेत्रों में फोन का उपयोग कम करें।
- नाइट मोड या एयरप्लेन मोड को सोते समय चालू रखें।
5. क्या मोबाइल रेडिएशन बच्चों पर अधिक प्रभाव डालता है?
उत्तर: हाँ, बच्चों की skull thickness कम होने के कारण रेडिएशन का असर अधिक होता है। इसलिए बच्चों के लिए screen time और phone usage सीमित रखना चाहिए।
6. क्या SAR value से रेडिएशन मापा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, SAR (Specific Absorption Rate) मोबाइल फोन की रेडिएशन तीव्रता मापने का मानक है। 1.6 W/kg से कम SAR value वाले फोन सुरक्षित माने जाते हैं।
