हमारा दिल (Heart) हर समय धड़कता रहता है और यह धड़कन हमें सामान्य रूप से महसूस नहीं होती। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हमें अपनी दिल की धड़कन (Heartbeat) असामान्य रूप से तेज़, ज़ोरदार या अनियमित महसूस होने लगती है। इसी स्थिति को Palpitation (पल्पिटेशन) कहा जाता है।
यह एक सामान्य स्थिति भी हो सकती है, जैसे तनाव, कैफीन या नींद की कमी की वजह से, लेकिन कभी-कभी यह किसी गंभीर बीमारी (Serious Disease) का संकेत भी हो सकता है। इसलिए Palpitation को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
Palpitation क्या है? (What is Palpitation?)
परिभाषा (Definition):
Palpitation का अर्थ है दिल की धड़कन का तेज़ (Rapid), ज़ोरदार (Strong), या अनियमित (Irregular) रूप से महसूस होना।
इसे आम भाषा में “दिल का धड़कना महसूस होना” या “दिल का उछलना” भी कहते हैं।
English Keywords: Heartbeat, Arrhythmia, Rapid Heart Rate
Palpitation के कारण (Causes of Palpitation)
1. सामान्य कारण (Normal Causes)
- अधिक चाय/कॉफी (Caffeine) या एनर्जी ड्रिंक लेना
- तनाव (Stress), घबराहट (Anxiety) या गुस्सा
- नींद की कमी (Lack of Sleep)
- अधिक व्यायाम (Over Exercise)
2. चिकित्सीय कारण (Medical Causes)
- हृदय रोग (Heart Disease): Arrhythmia, High BP, Coronary Artery Disease
- थायरॉइड समस्याएँ (Thyroid Disorder): Hyperthyroidism
- एनीमिया (Anemia): खून की कमी
- Electrolyte Imbalance: पोटैशियम/मैग्नीशियम की कमी
- दवाइयाँ (Medicines): कुछ एलर्जी और अस्थमा की दवाएँ
Palpitation के लक्षण (Symptoms of Palpitation)
- दिल का ज़ोर-ज़ोर से धड़कना (Rapid Heartbeat)
- धड़कन का अनियमित होना (Irregular Pulse)
- सीने में हल्का दर्द या दबाव (Chest Discomfort)
- चक्कर आना (Dizziness)
- सांस फूलना (Shortness of Breath)
- बेचैनी और घबराहट (Anxiety)
डॉक्टर से कब मिलें? (When to Consult a Doctor?)
- अगर Palpitation बार-बार हो रहा है
- धड़कन बहुत तेज़ और लंबे समय तक रहती है
- साथ में चक्कर, बेहोशी, सीने में दर्द हो
- पहले से हृदय रोग (Heart Disease) या थायरॉइड की समस्या है
👉 ऐसे मामलों में ECG, Thyroid Test, Blood Test और डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
Palpitation के घरेलू उपाय (Home Remedies for Palpitation)
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गहरी साँस लेना (Deep Breathing Exercise):
- धीरे-धीरे गहरी साँस अंदर लें और धीरे-धीरे छोड़ें।
- इससे तनाव कम होता है और धड़कन सामान्य होती है।
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पानी पीना (Hydration):
- डिहाइड्रेशन (Dehydration) से भी धड़कन तेज़ हो सकती है।
- तुरंत 1–2 गिलास पानी पिएँ।
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कैफीन और अल्कोहल से परहेज़ (Avoid Caffeine & Alcohol):
- चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक और शराब Palpitation को बढ़ाते हैं।
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ठंडे पानी से चेहरा धोना (Cold Water Splash):
- यह Vagus Nerve को उत्तेजित करता है और धड़कन को कंट्रोल करता है।
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योग और ध्यान (Yoga & Meditation):
- प्राणायाम, ध्यान और रिलैक्सेशन से तनाव घटता है और दिल सामान्य होता है।
आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for Palpitation)
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अश्वगंधा (Ashwagandha):
- तनाव और चिंता कम करता है।
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अर्जुन की छाल (Arjuna Bark):
- हृदय के लिए सबसे महत्वपूर्ण औषधि।
- काढ़ा बनाकर पीने से हृदय मजबूत होता है।
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ब्रह्मी (Brahmi):
- दिमाग को शांत करती है और नींद सुधारती है।
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जटामांसी (Jatamansi):
- धड़कन और चिंता दोनों पर असरदार।
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त्रिफला (Triphala):
- पाचन सुधारता है, जिससे धड़कन की समस्या कम होती है।
Palpitation के लिए योगासन (Yoga for Palpitation)
1. सुखासन (Easy Pose)
- सीधे बैठकर गहरी साँस लें।
- तनाव कम करता है और मन को शांत करता है।
2. वज्रासन (Thunderbolt Pose)
- भोजन के बाद 5–10 मिनट बैठने से पाचन सुधरता है।
3. बालासन (Child Pose)
- माथा ज़मीन पर टिकाकर बैठने से गहरी शांति मिलती है।
4. सेतु बंधासन (Bridge Pose)
- रक्त संचार (Blood Circulation) सुधारता है।
5. शवासन (Corpse Pose)
- शरीर और मन को पूर्ण विश्राम देता है।
Palpitation के लिए प्राणायाम (Pranayama for Palpitation)
1. अनुलोम-विलोम (Alternate Nostril Breathing)
- एक नथुने से साँस अंदर, दूसरे से बाहर।
- नाड़ी शुद्धि और तनाव कम करता है।
2. भ्रामरी प्राणायाम (Humming Bee Breathing)
- साँस छोड़ते समय "म्म्म्" ध्वनि करना।
- चिंता और घबराहट तुरंत कम होती है।
3. दीर्घ प्राणायाम (Deep Breathing)
- गहरी साँस लेकर धीरे-धीरे छोड़ना।
- धड़कन सामान्य होती है।
4. उज्जायी प्राणायाम (Ocean Breath)
- गले से हल्की आवाज़ निकालते हुए साँस लेना।
- दिल और दिमाग दोनों को शांत करता है।
प्रैक्टिकल रूटीन (Daily Routine for Palpitation Control)
सुबह (Morning Routine)
- 5 मिनट गहरी साँस (Deep Breathing)
- 10 मिनट अनुलोम-विलोम
- 5 मिनट भ्रामरी प्राणायाम
- 10 मिनट योगासन (सुखासन, वज्रासन, सेतु बंधासन)
शाम (Evening Routine)
- 5 मिनट बालासन
- 10 मिनट शवासन
- 10 मिनट ध्यान (Meditation)
सावधानियाँ (Precautions)
- Palpitation बार-बार या लंबे समय तक हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- किसी भी आयुर्वेदिक या एलोपैथिक दवा को डॉक्टर की सलाह से ही लें।
- बहुत ज़्यादा कैफीन, अल्कोहल, धूम्रपान और तनाव से बचें।
- पर्याप्त नींद (7–8 घंटे) ज़रूरी है।
Palpitation यानी दिल की धड़कन का असामान्य रूप से तेज़ या अनियमित होना कई बार सामान्य कारणों से होता है, लेकिन यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। घरेलू उपाय, आयुर्वेदिक दवाएँ, योग और प्राणायाम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन अगर Palpitation लगातार या गंभीर लक्षणों के साथ हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।