मूंग दाल भारतीय आहार का एक अहम हिस्सा है। यह हल्की, सुपाच्य, प्रोटीन से भरपूर और कम वसा वाली दाल है। आयुर्वेद में इसे त्रिदोष नाशक और शरीर को ठंडक देने वाला माना गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आसानी से खा सकते हैं क्योंकि यह पेट पर भारी नहीं पड़ती।
मूंग दाल के पोषण तत्व (Nutritional Value of Moong Dal per 100g)
- प्रोटीन (Protein): 24 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates): 59 ग्राम
- फाइबर (Fiber): 16 ग्राम
- विटामिन्स: विटामिन A, B, C, E
- खनिज पदार्थ (Minerals): कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जिंक
- कैलोरी: लगभग 350 kcal
👉 यह संयोजन मूंग दाल को हेल्दी डाइट का पावरहाउस बनाता है।
मूंग दाल खाने के फायदे (Health Benefits of Moong Dal)
पाचन के लिए लाभदायक
- हल्की और सुपाच्य दाल है।
- गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्या में राहत देती है।
- बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोगों के लिए उत्तम आहार।
वजन घटाने में सहायक (Weight Loss)
- इसमें फाइबर और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जिससे पेट देर तक भरा रहता है।
- लो कैलोरी और लो फैट फूड होने के कारण डाइटिंग में फायदेमंद।
डायबिटीज के लिए फायदेमंद (Diabetes Control)
- मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है।
- यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है।
हृदय रोगों में लाभकारी (Heart Health)
- कोलेस्ट्रॉल कम करती है।
- पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर कंट्रोल करते हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी
- इसमें फोलिक एसिड भरपूर होता है जो भ्रूण (Baby) के मस्तिष्क और नसों के विकास में मदद करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाती है
- विटामिन C और आयरन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करते हैं।
हड्डियों और मांसपेशियों के लिए अच्छी
- प्रोटीन और कैल्शियम मजबूत हड्डियों और मसल्स बनाने में मदद करते हैं।
गर्मी में ठंडक देने वाली (Cooling Effect)
- आयुर्वेद के अनुसार मूंग दाल शरीर की गर्मी और पित्त को संतुलित करती है।
- लू लगने और डिहाइड्रेशन में बहुत फायदेमंद।
मूंग दाल के नुकसान (Side Effects of Moong Dal)
गैस और अपच – कच्ची या अधपकी मूंग दाल खाने से गैस बन सकती है।ज्यादा मात्रा में सेवन – अत्यधिक खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ सकता है
किडनी रोगियों के लिए सावधानी
- मूंग दाल में प्रोटीन और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है।
- किडनी फेल्योर या क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD) वाले मरीज को डॉक्टर की सलाह अनुसार सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
किस बीमारी में लाभदायक (Moong Dal is Beneficial in)
- डायबिटीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- मोटापा / वजन घटाने
- हृदय रोग (Heart Disease)
- गर्भावस्था (Pregnancy)
- पाचन तंत्र की कमजोरी
- गर्मी और लू लगना
कब नुकसानदेह (Moong Dal is Harmful in)
- किडनी रोग (Kidney Failure/CKD) – सीमित मात्रा में लें।
- सर्दी-जुकाम, बलगम की समस्या वाले लोग ठंडे मौसम में कम खाएं।
- पाचन कमजोरी वाले लोग कच्ची या अधपकी मूंग दाल से बचें।
- एलर्जी प्रवृत्ति वाले लोग सावधानी बरतें।
मूंग दाल एक सुपाच्य, पौष्टिक और हेल्दी फूड है जो कई बीमारियों में दवा की तरह काम करती है। हालांकि, किसी भी चीज़ की तरह इसका सेवन भी संतुलित मात्रा में और सही मौसम/स्थिति में करना चाहिए।
अगर किसी को किडनी रोग, एलर्जी या पाचन संबंधी दिक्कत है तो मूंग दाल का सेवन करने से पहले डॉक्टर/डाइटीशियन की सलाह लेना जरूरी है।
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पोषण