डायबिटीज एक ऐसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है जिसमें शरीर में इंसुलिन (Insulin) का उत्पादन कम हो जाता है या शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता। इसके कारण रक्त में शुगर का स्तर (Blood Sugar Level) बढ़ जाता है। अगर इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए तो यह हृदय रोग, किडनी की समस्या, आंखों की रोशनी कम होना और नसों की बीमारी जैसी गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है।
डायबिटीज के प्रकार (Types of Diabetes)
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टाइप-1 डायबिटीज
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शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है।
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आमतौर पर बच्चों और युवाओं में होता है।
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इलाज: जीवनभर इंसुलिन इंजेक्शन।
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टाइप-2 डायबिटीज
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शरीर इंसुलिन बनाता है लेकिन उसका सही उपयोग नहीं कर पाता।
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यह सबसे सामान्य प्रकार है।
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इलाज: आहार नियंत्रण, व्यायाम और दवाइयाँ।
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गर्भावधि डायबिटीज (Gestational Diabetes)
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गर्भावस्था के दौरान होता है।
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बच्चे और माँ दोनों के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।
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डायबिटीज के लक्षण (Symptoms of Diabetes)
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बार-बार पेशाब आना
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अधिक प्यास लगना
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बार-बार भूख लगना
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थकान और कमजोरी
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घाव धीरे भरना
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वजन कम होना
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धुंधला दिखना
डायबिटीज का इलाज और नियंत्रण (Treatment & Management)
1. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes)
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संतुलित आहार:
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कम शुगर और कम तेल वाला भोजन करें।
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हरी सब्ज़ियाँ, फल, दालें, साबुत अनाज ज़्यादा लें।
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फास्ट फूड, मीठे पेय और तले हुए भोजन से बचें।
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नियमित व्यायाम:
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रोज़ाना 30–45 मिनट पैदल चलना।
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योग और प्राणायाम।
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हल्की कसरत और साइकलिंग।
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वजन नियंत्रित रखें: मोटापा डायबिटीज का बड़ा कारण है।
2. दवाइयाँ (Medicines)
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टाइप-1 डायबिटीज → इंसुलिन इंजेक्शन लेना अनिवार्य है।
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टाइप-2 डायबिटीज → शुरुआत में डाइट और व्यायाम से कंट्रोल, बाद में डॉक्टर Metformin जैसी दवा लिख सकते हैं।
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यदि शुगर बहुत बढ़ा है, तो इंसुलिन की ज़रूरत पड़ सकती है।
3. शुगर की जाँच (Blood Sugar Monitoring)
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घर पर ग्लूकोमीटर से चेक करें।
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नियमित रूप से HbA1c टेस्ट कराएँ।
4. प्राकृतिक और घरेलू उपाय (Natural Supportive Remedies)
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मेथी के दाने: सुबह भिगोकर खाने से शुगर नियंत्रित होती है।
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करेला और जामुन: इनके रस को डायबिटीज में लाभकारी माना जाता है।
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दालचीनी: इंसुलिन की कार्यक्षमता बढ़ाने में सहायक।
(ध्यान दें: यह दवा का विकल्प नहीं हैं, केवल सहायक उपाय हैं।)
डायबिटीज से बचाव (Prevention)
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नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करें।
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मीठा और जंक फूड कम खाएँ।
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तनाव कम करें, ध्यान और योग अपनाएँ।
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समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराते रहें।
डायबिटीज का स्थायी इलाज (Permanent Cure) नहीं है, लेकिन सही आहार, नियमित व्यायाम, दवाइयों और समय-समय पर जांच से इसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। अगर मरीज जीवनशैली पर ध्यान दे तो वह एक सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकता है।