घबराहट (Anxiety या Panic) आमतौर पर तनाव, चिंता, भय, या असमंजस की स्थिति में होती है। यह शरीर की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है, जिसमें दिमाग "फाइट-या-फ्लाइट" मोड में चला जाता है। घबराहट के कारण कई हो सकते हैं, जैसे –
घबराहट के संभावित कारण:
- अत्यधिक चिंता – किसी बात को लेकर ज्यादा सोचने से।
- तनाव – मानसिक या शारीरिक तनाव से।
- अचानक डर लगना – जैसे कोई बुरी खबर सुनना या अप्रत्याशित घटना।
- कैफीन या निकोटीन का ज्यादा सेवन – चाय, कॉफी, सिगरेट आदि से।
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं – थायरॉयड, लो/हाई ब्लड प्रेशर आदि।
- नींद की कमी – अनियमित दिनचर्या से।
घबराहट को ठीक करने के उपाय:
1. गहरी सांस लें (Deep Breathing)
- नाक से धीरे-धीरे गहरी सांस लें और मुंह से धीरे-धीरे छोड़ें।
- 4-7-8 तकनीक अपनाएं (4 सेकंड में सांस लें, 7 सेकंड रोकें, 8 सेकंड में छोड़ें)।
2. ध्यान (Meditation) और योग करें
- रोज 10-15 मिनट ध्यान करने से दिमाग शांत रहता है।
- योगासन जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम फायदेमंद हैं।
3. खुद को व्यस्त रखें
- कोई पसंदीदा काम करें, जैसे पढ़ाई, म्यूजिक सुनना, वॉक पर जाना।
- अपने रूटीन को स्ट्रक्चर दें, ताकि सोचने का समय कम मिले।
4. कैफीन और तली-भुनी चीजें कम करें
- ज्यादा चाय, कॉफी या जंक फूड घबराहट बढ़ा सकता है।
5. सकारात्मक सोच अपनाएं
- नकारात्मक विचारों को रोकें और खुद को समझाएं कि यह बस एक अस्थायी फीलिंग है।
- खुद से कहें – "मैं सुरक्षित हूं, सब ठीक है।"
6. पर्याप्त नींद लें
- कम से कम 7-8 घंटे सोने की कोशिश करें।
7. किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें
- परिवार, दोस्त या किसी मेंटर से खुलकर बात करें।
- अगर बहुत ज्यादा परेशानी हो रही हो तो थेरेपिस्ट या डॉक्टर की सलाह लें।
अगर घबराहट बार-बार और बिना किसी वजह के हो रही है, तो यह एंग्जायटी डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
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