हमारे पैरों की मांसपेशियां शरीर का आधार होती हैं। पैरों की ताकत न केवल चलने, दौड़ने और खड़े रहने के लिए ज़रूरी है, बल्कि यह हमारे पूरे शरीर के संतुलन और गतिशीलता (Mobility) को भी बनाए रखती है। अगर पैरों को मजबूत रखना है तो कुछ सरल एक्सरसाइज घर पर ही बिना किसी उपकरण के की जा सकती हैं। यहाँ हम 6 प्रमुख लेग एक्सरसाइज के बारे में विस्तार से जानेंगे, उनके फायदे और नुकसान सहित।
1. Squat (स्क्वैट)
कैसे करें:
- पैरों को कंधे की चौड़ाई पर रखकर खड़े हों।
- हाथों को आगे सीधा फैलाएँ।
- धीरे-धीरे नीचे बैठें जैसे कुर्सी पर बैठने जा रहे हों।
- जांघें ज़मीन के समानांतर होने पर कुछ देर रुकें और फिर वापस खड़े हो जाएँ।
फायदे:
- जांघ (Quadriceps), ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग को मजबूत करता है।
- कोर मसल्स को एक्टिव करता है।
- बैलेंस और लचीलापन बढ़ाता है।
- वजन घटाने और कैलोरी बर्न करने में सहायक।
नुकसान:
- गलत फॉर्म से घुटनों और पीठ में दर्द हो सकता है।
- घुटने की समस्या वाले लोग इसे सावधानी से करें।
2. Step-ups (स्टेप-अप्स)
कैसे करें:
- एक मजबूत स्टेप या बेंच का इस्तेमाल करें।
- एक पैर को स्टेप पर रखें और पूरा शरीर ऊपर उठाएँ।
- दूसरा पैर ऊपर लाएँ, फिर धीरे-धीरे वापस नीचे आएँ।
- दोनों पैरों से बारी-बारी दोहराएँ।
फायदे:
- बैलेंस और कोऑर्डिनेशन बेहतर करता है।
- पैरों और ग्लूट्स की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
- रोजमर्रा की गतिविधियों (जैसे सीढ़ी चढ़ना-उतरना) में मददगार।
नुकसान:
- ऊँचे स्टेप का इस्तेमाल करने पर घुटनों पर दबाव पड़ सकता है।
- गलत तरीके से उतरने पर टखनों में चोट लग सकती है।
3. Lunges (लंजेस)
कैसे करें:
- सीधे खड़े होकर एक पैर आगे बढ़ाएँ।
- आगे वाला घुटना 90° पर मोड़ें और पीछे वाला ज़मीन के करीब लाएँ।
- कुछ देर रुकें और फिर वापस खड़े हो जाएँ।
- दूसरे पैर से दोहराएँ।
फायदे:
- पैरों की ताकत और लचीलापन बढ़ाता है।
- बॉडी कंट्रोल और बैलेंस सुधारता है।
- थाई और हिप्स की मांसपेशियों को टोन करता है।
नुकसान:
- गलत तरीके से करने पर घुटनों में दर्द।
- बैलेंस न बने तो गिरने का खतरा।
4. Romanian Deadlift (रोमानियन डेडलिफ्ट)
कैसे करें:
- सीधे खड़े होकर हाथ में डम्बल/वज़न पकड़ें।
- पीठ सीधी रखते हुए आगे झुकें और वज़न पैरों की ओर ले जाएँ।
- हैमस्ट्रिंग में खिंचाव महसूस होते ही वापस खड़े हो जाएँ।
फायदे:
- हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स और लोअर बैक को मजबूत करता है।
- पोस्चर सुधारने में सहायक।
- सही तरीके से करने पर पीठ दर्द कम करने में मददगार।
नुकसान:
- गलत फॉर्म से लोअर बैक इंजरी का खतरा।
- अधिक वज़न उठाने से मसल्स में खिंचाव हो सकता है।
5. Walking (वॉकिंग)
कैसे करें:
- सीधा खड़े होकर सामान्य या तेज़ गति से चलें।
- चलते समय हाथों को हल्के से हिलाएँ।
- रोज़ाना कम से कम 20–30 मिनट चलना आदर्श है।
फायदे:
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- तनाव कम होता है और मन ताज़ा रहता है।
- वजन कंट्रोल करने में मदद करता है।
- हर उम्र के लिए आसान और सुरक्षित।
नुकसान:
- कठोर सतह पर ज्यादा चलने से घुटनों और एड़ी में दर्द हो सकता है।
- गलत जूते पहनने से पैरों में थकान या चोट लग सकती है।
6. Calf Raises (काफ़ रेज़ेस)
कैसे करें:
- सीधे खड़े हों और धीरे-धीरे पंजों पर उठें।
- कुछ सेकंड रुकें और धीरे-धीरे नीचे आएँ।
- इसे 10–15 बार दोहराएँ।
फायदे:
- टखनों और पिंडलियों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- बैलेंस और स्थिरता (Stability) बढ़ाता है।
- दौड़ने और खेलों में प्रदर्शन बेहतर करता है।
नुकसान:
- गलत तरीके से तेज़ करने पर मसल क्रैम्प हो सकता है।
- बहुत अधिक रिपीट करने से एड़ी में दर्द हो सकता है।
पैरों के लिए Squat, Step-ups, Lunges, Romanian Deadlift, Walking और Calf Raises सबसे सरल और प्रभावी एक्सरसाइज हैं। ये न केवल पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करती हैं, बल्कि संतुलन, लचीलापन और रक्त संचार को भी बेहतर बनाती हैं।
हालाँकि, इन्हें करते समय सही फॉर्म का ध्यान रखना ज़रूरी है, वरना फायदा मिलने के बजाय चोट लग सकती है।
पैरों की नियमित एक्सरसाइज करने से आप उम्र भर एक्टिव और फिट रह सकते हैं।
7 दिन का लेग वर्कआउट प्लान (Beginner Friendly Leg Workout Plan)
Day 1 – Strength + Mobility
- Squats → 3 सेट × 10 रेप्स
- Lunges → 3 सेट × (प्रत्येक पैर पर 8 रेप्स)
- Calf Raises → 3 सेट × 12 रेप्स
Day 2 – Balance + Endurance
- Step-ups → 3 सेट × (प्रत्येक पैर पर 10 रेप्स)
- Walking (Fast Pace) → 15–20 मिनट
- Squats (हल्का) → 2 सेट × 8 रेप्स
Day 3 – Recovery + Light Workout
- Walking (Normal Pace) → 20–25 मिनट
- Calf Raises → 2 सेट × 10 रेप्स
- Stretching → 5 मिनट
Day 4 – Strength Training
- Romanian Deadlift → 3 सेट × 10 रेप्स
- Squats (Deep Squat) → 3 सेट × 8 रेप्स
- Lunges → 2 सेट × (प्रत्येक पैर पर 8 रेप्स)
Day 5 – Balance + Circulation
- Step-ups → 3 सेट × (प्रत्येक पैर पर 10 रेप्स)
- Walking (Brisk Walk) → 15 मिनट
- Calf Raises (पंजों पर रुककर) → 3 सेट × 12 रेप्स
Day 6 – Mixed Workout
- Squats + Calf Raise (कंबो) → 3 सेट × 10 रेप्स
- Romanian Deadlift → 2 सेट × 8 रेप्स
- Lunges (Walking Lunges) → 2 सेट × 10 रेप्स
Day 7 – Active Rest Day
- Walking (हल्का 15–20 मिनट)
- Stretching + Yoga Poses (जैसे ताड़ासन, त्रिकोणासन)
- Deep Breathing (5 मिनट)
टिप्स (Tips for Safety & Best Results)
✔ हर एक्सरसाइज को धीरे-धीरे और सही फॉर्म में करें।
✔ शुरू करने से पहले हल्की वॉर्म-अप (जैसे जगह पर मार्च करना) करें।
✔ हर सेट के बीच 30–40 सेकंड का ब्रेक लें।
✔ पानी की कमी न होने दें।
✔ धीरे-धीरे रेप्स और सेट बढ़ाएँ (Progression)।
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