रेक्टल प्रोलैप्स (Rectal Prolapse) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शौच (Bowel Movement) करते समय गुदा (Anus) की अंदरूनी परत या मलाशय (Rectum) का हिस्सा बाहर की ओर निकल आता है।
यह रोग सुनने में भले छोटा लगे, लेकिन अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य (Physical Health) और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) दोनों को प्रभावित कर सकता है।
यह समस्या ज्यादातर बुजुर्गों, लंबे समय से कब्ज के रोगियों, बार-बार डिलीवरी कराने वाली महिलाओं और कमजोर गुदा-मांसपेशियों वाले लोगों में पाई जाती है।
रेक्टल प्रोलैप्स के प्रकार – Types of Rectal Prolapse
रेक्टल प्रोलैप्स कई प्रकार का हो सकता है, जिन्हें उनकी गंभीरता और बाहर आने वाले हिस्से के आधार पर बांटा जाता है:
- म्यूकोसल प्रोलैप्स (Mucosal Prolapse) – इसमें केवल गुदा की परत (Mucosal layer) बाहर आती है।
- आंशिक प्रोलैप्स (Partial Prolapse) – इसमें मलाशय का कुछ हिस्सा गुदा के बाहर निकलता है।
- पूर्ण प्रोलैप्स (Complete Prolapse) – इसमें मलाशय पूरी तरह बाहर की ओर निकल आता है।
- आंतरिक प्रोलैप्स (Internal Prolapse) – इसमें आंत का हिस्सा अंदर ही मुड़ जाता है, बाहर नहीं आता लेकिन समस्या पैदा करता है।
कारण – Causes of Rectal Prolapse
रेक्टल प्रोलैप्स कई कारणों से हो सकता है:
- लंबे समय तक कब्ज (Chronic Constipation)
- बार-बार दस्त लगना (Repeated Diarrhea)
- शौच करते समय अत्यधिक जोर लगाना (Excessive Straining during Stool)
- उम्र बढ़ने पर मांसपेशियों का ढीला होना (Weak Muscles with Age)
- प्रेगनेंसी और बार-बार प्रसव (Pregnancy and Childbirth)
- गुदा पर चोट या पहले की सर्जरी (Injury or Surgery in Anal Region)
- नसों की कमजोरी या न्यूरोलॉजिकल रोग (Neurological Diseases)
- लगातार खाँसी या फेफड़ों की बीमारी (Chronic Cough or Lung Disease)
लक्षण – Symptoms of Rectal Prolapse
रेक्टल प्रोलैप्स की पहचान इसके लक्षणों से की जा सकती है:
- शौच करते समय गुदा से बाहर की ओर उभार आना (Protrusion during Defecation)
- गुदा से खून या बलगम आना (Bleeding or Mucus Discharge)
- शौच पर नियंत्रण न रहना (Fecal Incontinence)
- गुदा के आसपास दर्द या भारीपन (Pain or Heaviness around Anus)
- बार-बार शौच की इच्छा (Frequent Urge to Pass Stool)
- संक्रमण और जलन (Infection and Irritation)
जटिलताएँ – Complications of Rectal Prolapse
अगर समय पर इलाज न किया जाए तो रेक्टल प्रोलैप्स से कई गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं:
- गुदा में घाव और संक्रमण (Wounds & Infection)
- लगातार खून बहना (Bleeding)
- शौच और पेशाब पर नियंत्रण खोना (Loss of Control over Bowel & Urine)
- आंत में रुकावट (Obstruction)
- जीवन की गुणवत्ता (Quality of Life) में भारी कमी
घरेलू उपाय और जीवनशैली सुधार – Home Remedies and Lifestyle Changes
प्रारंभिक अवस्था (Early Stage) में कुछ घरेलू उपाय और आदतों में बदलाव से राहत मिल सकती है:
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- आहार में फाइबर (Fiber) युक्त भोजन शामिल करें (फल, सब्जियाँ, सलाद, अनाज)।
- रोज़ाना 10–12 गिलास पानी पिएं।
- दही, इसबगोल की भूसी, अलसी के बीज जैसे प्राकृतिक उपाय लें।
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शौच की आदतें सुधारें –
- शौच करते समय अधिक देर तक न बैठें।
- ज्यादा जोर न लगाएँ।
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व्यायाम और योग (Exercise & Yoga) –
- पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic Floor Exercises / Kegel Exercises) करें।
- योगासन जैसे पवनमुक्तासन, मालासन, भुजंगासन उपयोगी होते हैं।
चिकित्सकीय उपचार – Medical Treatment of Rectal Prolapse
जब समस्या गंभीर हो जाए, तो डॉक्टर का इलाज ज़रूरी है।
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दवाइयाँ (Medicines)
- स्टूल सॉफ़्टनर (Stool Softener)
- कब्ज दूर करने वाली दवाएँ (Laxatives)
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सर्जरी (Surgery)
- रेक्टोपेक्सी (Rectopexy) – मलाशय को सिलकर अपनी जगह पर फिक्स कर दिया जाता है।
- पेरिनियल प्रोसीजर (Perineal Procedure) – गुदा के रास्ते प्रोलैप्स को ठीक करना।
- अन्य सर्जरी रोगी की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।
आधुनिक चिकित्सा और तकनीक – Modern Surgical Techniques
आजकल लैप्रोस्कोपिक (Laparoscopic) और रोबोटिक (Robotic) सर्जरी के माध्यम से रेक्टल प्रोलैप्स का इलाज आसानी से और जल्दी रिकवरी के साथ किया जाता है।
सावधानियाँ – Precautions
- लंबे समय तक कब्ज को नज़रअंदाज न करें।
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।
- गुदा से संबंधित किसी भी समस्या को शर्म की वजह से छिपाएँ नहीं।
- विशेषज्ञ डॉक्टर (प्रॉक्टोलॉजिस्ट/गैस्ट्रो-सर्जन) से तुरंत सलाह लें।
रेक्टल प्रोलैप्स (Rectal Prolapse) एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य रोग है।
अगर शुरुआती लक्षणों को समय पर पहचाना जाए और आहार व जीवनशैली में सुधार किया जाए तो यह समस्या नियंत्रित की जा सकती है।
गंभीर मामलों में सर्जरी सबसे प्रभावी विकल्प है।
याद रखें – गुदा से संबंधित बीमारियाँ शर्म की वजह से छिपानी नहीं चाहिए, क्योंकि समय पर इलाज से ही जीवन सामान्य और स्वस्थ रह सकता है।
योग और व्यायाम (Yoga and Exercises for Rectal Prolapse):
1. पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana – Wind Releasing Pose)
लाभ – पाचन शक्ति को दुरुस्त करता है और कब्ज दूर करता है।
2. भुजंगासन (Bhujangasana – Cobra Pose)
लाभ – गुदा और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
3. मालासन (Malasana – Garland Pose)
लाभ – शौच क्रिया को प्राकृतिक और आसान बनाता है।
4. वज्रासन (Vajrasana – Diamond Pose)
लाभ – भोजन पचाने में सहायक और कब्ज को रोकने वाला।
5. उत्तानपादासन (Uttanpadasana – Raised Leg Pose)
लाभ – पेट और पेल्विक फ्लोर (Pelvic Floor) की मांसपेशियों को टोन करता है।
6. किगल एक्सरसाइज (Kegel Exercises)
लाभ – गुदा और मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे मल पर नियंत्रण (Bowel Control) बेहतर होता है।
सावधानियाँ (Precautions with Yoga and Diet)
- योगासन खाली पेट करें।
- यदि रेक्टल प्रोलैप्स बहुत गंभीर है और बाहर का हिस्सा बार-बार निकल रहा है तो योग सिर्फ़ डॉक्टर की अनुमति से करें।
- किसी भी आसन में अत्यधिक दबाव (Excess Pressure) न डालें।
- डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाएँ, लेकिन बहुत ज्यादा गैस बनाने वाले भोजन (जैसे छोले, राजमा) से परहेज़ करें।
रेक्टल प्रोलैप्स (Rectal Prolapse) कोई सामान्य समस्या नहीं है बल्कि एक मेडिकल कंडीशन है।
- प्रारंभिक अवस्था में डाइट और योग से बहुत राहत मिल सकती है।
- गंभीर स्थिति में सर्जरी ही स्थायी समाधान है।
इसलिए इसे छिपाएँ नहीं, सही समय पर डॉक्टर से सलाह लें और जीवनशैली (Lifestyle) सुधार कर स्वस्थ जीवन जिएँ।