हिचकी (Hiccups) : कारण और उपचार (Hiccups: Causes and Treatment)


हिचकी क्या है?

हिचकी (Hiccups) एक अनैच्छिक (involuntary) प्रक्रिया है, जो डायाफ्राम (Diaphragm) की ऐंठन (spasms) के कारण होती है। डायाफ्राम एक महत्वपूर्ण पेशी (muscle) है, जो फेफड़ों को साँस लेने और छोड़ने में मदद करती है। जब यह पेशी अचानक सिकुड़ती है, तो वोकल कॉर्ड (Vocal cords) तेजी से बंद हो जाती हैं, जिससे "हिच" की आवाज आती है, जिसे हम हिचकी कहते हैं।


हिचकी क्यों आती है?

हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं। ये कारण आम तौर पर दो प्रकार के होते हैं:

  1. सामान्य कारण (Short-term हिचकी) – कुछ समय के लिए हिचकी आती है और फिर अपने आप ठीक हो जाती है।
  2. दीर्घकालिक कारण (Chronic हिचकी) – यदि हिचकी लगातार 48 घंटे से ज्यादा रहे, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकती है।

1. सामान्य कारण

✅ जल्दी-जल्दी खाना या ज़्यादा खाने से
✅ बहुत ज्यादा मसालेदार खाना खाने से
✅ बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म पानी पीने से
✅ कोल्ड ड्रिंक, शराब, या कैफीनयुक्त पदार्थों का सेवन
✅ अचानक तापमान में बदलाव (जैसे बहुत ठंडा पानी पीना)
✅ भावनात्मक तनाव या घबराहट
✅ हंसने या बोलने के दौरान ज्यादा हवा निगलना
✅ पेट ज्यादा भर जाने से डायाफ्राम पर दबाव पड़ना

2. दीर्घकालिक (Chronic) हिचकी के कारण

➡️ तंत्रिका (Nerve) में समस्या – जैसे कि वेगस नर्व (Vagus nerve) या फ्रीनिक नर्व (Phrenic nerve) पर असर।
➡️ पाचन तंत्र की गड़बड़ी – एसिडिटी, गैस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)।
➡️ फेफड़ों की समस्या – निमोनिया, अस्थमा, या फेफड़ों में संक्रमण।
➡️ मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएँ – ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन ट्यूमर, या सिर पर चोट लगना।
➡️ कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट – स्टेरॉयड, ट्रanquilizers, या कीमोथेरेपी की दवाएँ।


हिचकी रोकने और ठीक करने के घरेलू उपाय

छोटी-मोटी हिचकी को कुछ आसान उपायों से रोका जा सकता है:

1. श्वास और गले से जुड़े उपाय

गहरी साँस लेकर रोकें – एक लंबी गहरी साँस लें और 10-15 सेकंड तक रोककर रखें। इससे डायाफ्राम की ऐंठन कम हो सकती है।
पेपर बैग में साँस लें – एक कागज़ के बैग में धीरे-धीरे साँस लें और छोड़ें। इससे कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है, जिससे हिचकी रुक सकती है।
किसी चीज़ को निगलने की कोशिश करें – धीरे-धीरे ठंडा पानी पीने या चीनी चाटने से भी हिचकी बंद हो सकती है।

2. खान-पान से जुड़े उपाय

ठंडा पानी पिएं – छोटे-छोटे घूंट लेकर ठंडा पानी पिएं।
नींबू चूसें – नींबू का खट्टापन वेगस नर्व को उत्तेजित कर सकता है और हिचकी रोक सकता है।
चीनी या शहद चाटें – धीरे-धीरे शहद या चीनी चाटने से हिचकी कम हो सकती है।
गर्म पानी में शहद मिलाकर पिएं – यह गले को आराम देगा और हिचकी रोकने में मदद करेगा।

3. अजीब लेकिन असरदार तरीके

अपनी जीभ खींचे – अपनी जीभ को हल्के से खींचने से हिचकी रुक सकती है।
किसी को चौंकाने को कहें – अचानक डरने या चौंकने से हिचकी रुक सकती है।
गिनती करें या गाना गाएं – ध्यान हटाने से हिचकी खुद-ब-खुद बंद हो सकती है।


डॉक्टर से कब संपर्क करें?

अगर हिचकी 48 घंटे से अधिक रहे या बार-बार हो रही हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। खासकर अगर इसके साथ निम्नलिखित लक्षण हों:
✔ हिचकी के साथ सीने में दर्द हो।
✔ साँस लेने में दिक्कत हो।
✔ अचानक वजन कम हो रहा हो।
✔ लंबे समय तक कोई दवा लेने के बाद हिचकी हो रही हो।


निष्कर्ष

हिचकी आमतौर पर हानिरहित होती है और कुछ ही मिनटों में ठीक हो जाती है। ज्यादातर मामलों में, घरेलू उपायों से हिचकी बंद की जा सकती है। लेकिन अगर यह बहुत लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।



Note: हमारा यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी घरेलू उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है 

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